Cinematographer: Sunil Kumar
Duration: 00:06:21; Aspect Ratio: 1.778:1; Hue: 90.763; Saturation: 0.121; Lightness: 0.337; Volume: 0.081; Cuts per Minute: 2.202
Summary: हसदेव नदी के किनारे की खेती वाली जमीन है। इसी जमीन पर पिछले कई दशकों से झोरा गांव के आदिवासी निर्भर हैं। जिसमें वह धनिया, टमाटर, आलू, मिर्च, सेम, पालक, प्याज जैसी ढेर सारी सब्जियां उगाते हैं और छूरीख़ुर्द, कटघोरा (तहसील) के बाजारों में बेचकर अपना जीवन-यापन करते हैं। और इसी के साथे ही धान, गेहूं, मटर, मकाई जैसे फसलें भी उगाते हैं। फिलहाल इसी खेत के बगल में ही एन.टी.पी.सी. द्वारा एक और राखड़ बांध बनाने की तैयारी चल रही है। वन्दना और जिंदल जैसी कम्पनियों की निगाह भी इसी जमीन पर है।
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