Cinematographer: Sunil Kumar
Duration: 00:01:42; Aspect Ratio: 1.778:1; Hue: 198.042; Saturation: 0.032; Lightness: 0.487; Volume: 0.207; Cuts per Minute: 4.691; Words per Minute: 17.593
Summary: वैसे बैराज के फुटेज लेने की सख्त मनाही थी। लेकिन फिर भी कुछ फुटेज जैसे-तैसे ले लिए गए थे। मिरौनी बैराज योजना के सन्दर्भ में जो भी जानकारी है दी जा रही है वह RTI से निकाली गयी सूचना के आधार पर है। पूरा नाम 'मिरौनी बैराज योजना' है, जो लघु योजना के अंतर्गत आता है। जिसकी आनुमानित लागत 33192.68 लाख रूपए है। आश्च्यर्य जनक बात है की यह आदिवासी योजना के अंतर्गत आता है। और इससे भी ज्यादा चौंकाने वाली बात यह है कि डॉक्यूमेंट में डूब क्षेत्र का हिस्सा शून्य दिखाया जा रहा है। बैराज की लम्बाई 1172 मीटर है और अधिकतम ऊँचाई 5.3 मीटर है। इस बैराज में पैसा लगाने वाली पांच कम्पनियां क्रमशः अथेना पॉवर प्लांट, जैन एनर्जी, श्याम सेंच्युरी भूषन पॉवर एंड स्टील, जिंदल हैं। यह सभी मिलकर 16,50,00,000 घन मीटर प्रति वर्ष पानी का इस्तेमाल करेंगी। जिसकी कीमत सरकान ने मात्र 3 रुपया प्रति घन मीटर रखी है। इसको समझने के लिए इस तरीके से कहा जा सकता है कि सरकार ने निजी कंपनियों के लिए एक लीटर वाली पानी के 1,000 बोतल के दाम मात्र तीन रूपए रखें हैं।
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